ना कोई मान्यता,ना फंडिंग का पता,बना दिए अवैध मदर्से,दी जा रही थी भारत बिरोधी तालीम
4 मदरसों पर विदेश से फंडिंग,एक्शन में आये डीएम,खंगाली जा रही सबकी कुंडली
यूपी की शांति में अशांति फैलाने के लिए चल रहा हैं बड़ा सडयंत्र,अधिकारीयों ने संभाला मोर्चा
वैसे उत्तर प्रदेश में सीएम योगी ने जब से सत्ता संभली हैं, तब से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पूरे देश में, उदाहरण के तौर पर सीएम योगी को देखा जाता हैं, और अक्सर करके तामम सारे नारे लगाए जाते हैं ,कोई उन्हें योगी उपयोगी कहता हैं तो कोई कटटर हिन्दू कहता हैं, इस तरह तमाम सारे उदहारण देखने को मिलते हैं
इनदिनों यूपी की सुरक्षा की कमान सीएम योगी बड़े ही, ढंके की चोट पर देख रहे हैं,
लेकिन आपने देखा हैं की , देश में आतंकवाद और जाली नोटों का एक रूट नेपाल भी है, नेपाल के रास्ते कई बार आतंकी घुसने की कोशिश करते हैं, यूपी में नेपाल की सीमा से सटे जिलों में पिछले कुछ सालों में मदरसों की संख्या एकाएक बढ़ गई है, इनमें में भी अवैध तरीके से चलने वाले मदरसों की संख्या, मान्यता प्राप्त मदरसो से कहीं ज्यादा है,इसीलिए अब योगी आदित्यनाथ ने उन मदरसों की जांच का जिम्मा अपनी सबसे स्पेशल फोर्स ATS को दे दिया है, शुरूआत बहराइच से हो रही है, जहां 491 मदरसों की टेरर कुंडली कुछ ही दिन में योगी आदित्यनाथ के सामने होगी,
बहराइच पिछले कई दिनों से चर्चा का केंद ,नव दुर्गा में हिन्दू युवा की मौत के बाद केंद्र बिंदु रहा ,इस दौरान मर्डरसों पर भी चर्चा हुयी
यूपी में मदरसों के साथ कई मस्जिद और आतंकवाद निरोधक दस्ता, यानी एटीएस के रडार पर हैं ,योगी आदित्यनाथ यूपी में अवैध मदरसों की पूरी कुंडली लेकर बैठ गए हैं ,और एक-एक कर सभी अवैध मदरसों का हिसाब करने की तैयारी कर रहे हैं,एटीएस ने बिना मान्यता
वाले मदरसों के बाद 118 मकतब, के आए के स्रोतों की जांच में जुट गई है इस संबंध में एटीएस को खुफिया इनपुट मिले थे ,जिसके बाद केंद्रीय एजेंसी ने ये कार्यवाही शुरू कर दी है,
बताया जाता हैं की मदरसों के अलावा कई मस्जिदों ,और निचली क्लास वाले स्कूलों में दीनी तालीम यानी धार्मिक शिक्षा दी जाती है, निजली क्लास वाले इन्हीं स्कूलों को मकतब का जाता है, ऐसा पहली बार देखने को मिला है,कि एटीएस को इन शैक्षणिक केंद्रों को लेकर इनपुट मिला है, जिसके बाद एटीएस ने सभी मकतब की जांच का फैसला किया है, मदरसों के साथ अब सहारनपुर के 118 मकतब भी एटीएस की रडार पर आ गए हैं ,एटीएस की टीमों ने अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से संपर्क करके जिले भर के मकतब की लिस्ट इकट्ठा की है ,
एटीएस अब बारी-बारी से सभी मकतब के आय के स्रोतों की पड़ताल कर रही हैं, इनमें कई मकतब की जांच पूरी भी हो चुकी है, जिनकी रिपोर्ट हाल ही में शासन को भेजी गई है, आपको बता दें कि इसके पहले प्रदेश सरकार ने सभी गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में अवैध फंडिंग की जांच के लिए, शासन को पत्र लिखा था, जिसके बाद अब एटीएस उत्तर प्रदेश के सभी गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में ,आठ बिंदुओं पर जांच करेगी और इस रिपोर्ट को हेड क्वार्टर भेजेगी, जांच रिपोर्ट के आधार पर शासन इस पर आगे की कारवाई करेगा,
शुरुआत बहराइच से हो रही है, बहराइच नेपाल सीमा से सटा हुआ जिला है और इस जिले में कुल 792 मदरसे हैं, इन मदरसों में 495 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त हैं, मतलब अवैध हैं, और सिर्फ 297 मदरसे ही सरकारी मान्यता के साथ चल रहे हैं, ये सर्वे पिछले साल हुआ था, पिछले साल जांच के दौरान खुलासा हुआ था कि ज्यादातर अवैध मदरसे विदेशी फंडिंग से चल रहे हैं, तभी से STF और ATS की अलग-अलग युनिटें इन मदरसों की फंडिंग पर नजरें गड़ाए हुई थीं, बहराइच में 52 ऐसे अवैध मदरसे पाए गए हैं, जिनके खातों में बड़ी फंडिंग पाकिस्तान और अरब देशों से हुई है, इस खुलासों के बाद इन मदरसों की जांच के लिए, एटीएस ने अपनी लोकल यूनिट को लगा दिया है,
इसी कड़ी में कौशांबी जिले में मदरसों की जांच की गई, जिसमें चार मदरसे अवैध तरीके से संचालित किए जाने का बड़ा खुलासा हुआ है ,यहां तक कि एक मदरसे पर तो विदेशी फंडिंग मिलने तक के आरोप लगे, ऐसे में कौशांबी कलेक्टर मधुसूदन हुलगी ने एक मदरसे के खिलाफ कार्रवाई की ,तो वहीं अन्य तीन के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाने वाली है, जैसे ही रिपोर्ट प्राप्त होगी तो आगे की आवश्यक कार्रवाई की जाएगी,
यूपी के कौशांबी जिले में मदरसों की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है, जिले में कुल 84 मदरसे संचालित हैं जिसमें 73 मदरसे अनडेड पाए गए हैं, वहीं चार मदरसे अवैध मिले हैं ,जिस पर डीएम ने कार्यवाही शुरू कर दी है ,इसके साथ ही सैयद सरावा मदरसे में विदेशी फंडिंग की शिकायत मिलने पर, डीएम ने आरबीआई को पत्र लिखने को कहा है, डीएम मधुसूदन हुलगी ने बताया कि जिले में कुल 84 मदरसे हैं ,जिसमें 11 मदरसे मान्यता प्राप्त हैं ,बाकी मदरसे अनडेड है,
यानी सरकार से संबंधित नहीं है जिले में चार मदरसे अवैध रूप से चल रहे हैं, एक मदरसे पर कार्यवाई की गई है ,बाकी तीन मदरसों पर भी कार्यवाई जल्द की जाएगी, जैसे ही रिपोर्ट प्राप्त होगी तो आगे की आवश्यक कार्यवाही की जाएगी ,इसी क्रम में सुप्रीम कोर्ट के कुछ ऑर्डर्स भी आए हैं, इसको भी संज्ञान में लिया गया है जितने भी मदरसे अवैध हैं ,उन पर कार्यवाही जरूर की जाएगी वहीं वीएचपी ने ज्ञापन देकर सैयद सरावा मदरसे में विदेशी फंडिंग की शिकायत दर्ज कराई थी ,जिस पर डीएम ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है, इसके लिए हम आरबीआई को पत्र लिखेंगे और मदरसा संचालक के बैंक अकाउंट की डिटेल्स निकालकर कार्यवाई करेंगे ,आपको बता दें कि अवैध मदरसों को लेकर योगी सरकार सख्त है, बीते दिनों कई मदरसों के अवैध संचालन के खिलाफ कारवाई की गई थी ,
अवैध मदरसों में अपने देखा की अगस्त महीने में प्रयागराज में एक मदरसे में नकली नोट छापने का भंडाफोड़ हुआ था,इसके बाद प्रसाशन ने मदरसे को जमीदोज किया,लिहाजा सीएम योगी का सन्देश साफ हैं कानून के साथ खिलवाड़ नहीं,कानून के साथ मिलकर देश की अखंडता को आगे बढ़ाते हुए काम करें,ना की देश विरोधी अजेंडे को बढ़ावा दें,अगर ऐसा किया तो बुलडोजर कार्यवाही होगा , फिलहाल एटीएस ने भी मोर्चा संभाल लिया है ,देखना होगा कि आगे इस मामले में क्या कारवाई होती है
यूपी के 7 जिले नेपाल की सीमा से लगते हैं. नेपाल की सीमा पर यूपी में बीते कुछ सालों में धड़ल्ले से अवैध मदरसे खुले हैं. चूंकि ये मदरसे अवैध हैं, इसीलिए यूपी मदरसा बोर्ड में रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है. नेपाल सीमा से लगा जिला बहराइच अवैध मदरसों के मामले में अति संवेदनशील है. विदेशी फंडिंग के खुलासे के बाद ATS चौकन्नी हो गई है, अवैध मदरसों की हर गतिविधियों पर नजर रखने के लिए मुखबिरों की मदद ले रही है.
सूत्रों के मानें तो बहराइच में जाती वर्ग की जनसख्या एक साल में चार गुना बढ़ने का आरोप लगा हैं, वहां के लोकल वाशंदों का तो ये मानना हैं, इसे जिले की सीमा नेपाल बॉर्डर से लगी हुई हैं,तमाम सारे रोंगियाई इसी रास्ते से भारत में शरण लेते हैं और खाली पड़े एरिया या सरकारी जगह पर अपना कब्जा कर लेते हैं और फिर धड्ड्ले से अपना व्यापार शुरू कर देते हैं, फिर वहां हिंदुयों का रहना दूभर हो जाता हैं