हिमाचल के शिमला में बन रही मस्जिद पर क्यों मचा बवाल
क्या पहाड़ी लोगों को समझ में आ गई ,रोहंगाई मुस्लिमों की बर्बरता
30 बार नोटिस भेजने के बाद भी 5 मंजिल बना दी अवैध मस्जिद
सड़कों पर लोग,2 दिन का अल्टीमेटम, अब क्या करेगी सरकार
ओबैसी भाई जान मैदान में,राहुल गांधी को दे दी चुनौंती
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हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली में बन रही मस्जिद को लेकर स्थानीय लोगों का विरोध बढ़ता जा रहा है। इस मस्जिद में हुए कथित अवैध निर्माण के खिलाफ हजारों लोग सड़कों पर हैं। लोगों की मांग है कि मस्जिद में बने अवैध निर्माण को तोड़ जाए। पिछले 5 दिनों से प्रदर्शन कर रहे लोगों ने अब अल्टीमेटम दिया है कि 2 दिन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इस मामले पर एक्शन ले नहीं तो फिर हिंदू संगठन अपने हिसाब से फैसला लेंगे। बता दें कि मसले पर खुद कांग्रेस के नेता भी आमने-सामने आ गए हैं।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बनी एक अवैध मस्जिद को लेकर हिन्दू सड़कों पर हैं। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग इस अवैध निर्माण को तोड़ने की माँग कर रहे हैं। राज्य की कॉन्ग्रेस सरकार ने भी माना है कि यह मस्जिद अवैध रूप से बनाई गई है। राज्य सरकार मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने हिमाचल प्रदेश में रोहिंग्या और बांग्लादेशी आ गए हैं। उन्होंने इसको लेकर कार्रवाई की बात की है। वहीं कॉन्ग्रेस के ही एक विधायक इस मस्जिद के बचाव में उतरे हैं।
बाइट :मंत्री अनिरुद्ध सिंह
संजौली मस्जिद को लेकर क्या है विवाद?
राजधानी शिमला में बनी संजौली की मस्जिद में अवैध निर्माण को हटाने की लम्बे समय से माँग चल रही है। यह मामला हाल ही में मारपीट की एक घटना के बाद और गरमा गया। दरअसल, 31 अगस्त, 2024 को एक स्थानीय युवक यशपाल की मल्याना में मुस्लिम लड़कों से कहासुनी हुई। इसके बाद मुस्लिम हिंसक हो गए, उन्होंने यशपाल पर हमला कर दिया और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। बताया गया कि हमला करने वाले यह युवक कुछ देर बाद संजौली की मस्जिद में छुप गए।
इसके बाद आसपास के लोगों का गुस्सा भड़क गया। स्थानीय लोग यहाँ इकट्ठा होकर इन युवकों पर कार्रवाई करने की माँग करने लगे। इसको लेकर पुलिस में भी मामला दर्ज करवाया गया। पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों को पकड़ा, जिसमें 2 नाबालिग हैं। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनके नाम गुलनवाज, सारिक, सैफ अली और रोहित हैं। इनके साथ दो नाबालिग भी पकड़े गए, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। गिरफ्तार आरोपितों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।
अवैध निर्माण को लेकर उठी आवाज
इस पूरे विवाद के केंद्र में शिमला के संजौली में बनी अवैध मस्जिद आई। इसको लेकर हिन्दू संगठन और स्थानीय संगठन सड़कों पर उतरे और इसे तोड़ने की माँग की। उन्होंने कहा कि इसका निर्माण पूरी तरीके से अवैध है और इसकी अनुमति प्रशासन से नहीं ली गई है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि संजौली की यह मस्जिद पहले कच्ची थी और मात्र दो मंजिल की थी। लेकिन 2010 के बाद इसमें तेजी से पक्का निर्माण किया जाने लगा। देखते देखते यह मस्जिद पाँच मंजिल तक पहुँच गई।
बाइट :
2010 से अब तक 44 बार हुई सुनवाई
दूसरी तरफ मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को लेकर 7 सितंबर को म्युनिसिपल कमिश्नर के यहां सुनवाई होनी है। बता दें कि मस्जिद में अवैध निर्माण को लेकर साल 2010 से लेकर अब तक 44 बार सुनवाई हो चुकी है लेकिन फैसला नहीं आया है। हालांकि इस दौरान मस्जिद दो मंजिला से बढ़ते-बढ़ते 5 मंजिला जरूर बन गई है। इसके साथ ही इलाके में मुस्लिमों की आबादी भी तेजी से बढ़ रही है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि मुसलमान यहां पर बाहर से आकर जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं जिससे शिमला के डेमोग्राफी बदल रही है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस को घेरा
वहीं, AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा है। ओवैसी कांग्रेस की ‘मोहब्बत की दुकान’ पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने सुक्खू के मंत्री का वीडियो शेयर कर ओवैसी ने पूछा है कि हिमाचल में बीजेपी की सरकार है या कांग्रेस की? वहीं सूबे की सरकार अभी इस मामले में कुछ भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। हालांकि सीएम सुक्खू इतना जरूर कह रहे हैं कि कानून व्यवस्था से कोई खिलवाड़ नहीं होगा और सब कुछ नियम के मुताबिक होगा। उन्होंने कहा कि कानून से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बाइट :असदुद्दीन ओवैसी
‘लड़कियों को परेशान किया जाता है’
शिमला में 5 मंजिला इस मस्जिद को लेकर इलाके की महिलओं ने कई बड़े आरोप लगाए हैं। महिलाओं का कहना है कि मस्जिद की आड़ में मदरसा चलाया जा रहा है और यहां उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के एक मौलाना पढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि यहां पढ़ने के लिए बाहर से लोगों को लाया जाता है जो आए दिन महिलाओं और लड़कियों को परेशान करते हैं। यही वजह है कि हिमाचल में बांग्लादेशी और रोहिंग्या के मुद्दे पर विधानसभा से लेकर सड़क बवाल मचा है। खुद सुक्खू सरकार के मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी हिमाचल में तेजी से बन रही अवैध मस्जिदों पर सवाल उठा रहे हैं।