UP: एडीजी जोन और सीपी के साथ डीजीपी मुख्यालय पर वसी की गई. जहां पर प्रमुख सचिव गृह नें अधिकारियों को शासन की प्राथमिकताओं से अवगत कराते हुए नियमित जनसुनवाई, फुट पेट्रोलिंग, जनपदों में प्रबुद्ध वर्ग से नियमित संवाद, पुलिस के इंफ़्रास्ट्रक्चर में गुणवत्ता सुनिस्चित करने हेतु अधिकारियों एवं थर्ड पार्टी द्वारा इन्स्पेक्शन, मॉनिटरिंग सेल की नियमित बैठक, रेस्पांस टाइम में सुधार एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा नवाचार पर बल दिया गया. साथ ही डीजीपी उत्तर प्रदेश द्वारा अधिकारियों को अपने सम्बोधन में निम्न मुख्य बिंदुओं पर कार्यवाही करने हेतु निर्देशित भी किया.
1-भीड़ नियंत्रण एवं भीड़ प्रबंधन- त्योहारों के अवसर पर भीड़ प्रबंधन एवं भीड़ नियंत्रण के सिद्धांतों पर अमल करते हुए, एडवाँस प्लानिंग एवं तकनीक के प्रयोग से व्यापक इंतज़ाम किये जाये जिससे किसी भी प्रकार की अव्यवस्था ना उत्पन्न हो.
2- आपराधिक माफ़िया एवं ड्रग माफ़िया- मफ़ियाओं के विरुद्ध उत्तर प्रदेश पुलिस ने सख़्त कार्यवाही की एवं इसको आगे भी निरंतर जारी रखना है. क़ानून व्यवस्था के मोर्चे पर पुलिस ने उत्कृष्ट कार्य किया है. इसी प्रकार की सजगता एवं सतर्कता भविष्य में भी अपेक्षित है. शासन द्वारा एएनटीएफ का गठन किया जा चुका है एवं पुलिस मुख्यालय द्वारा इसको सशक्त किया जा रहा है. जनपदों को एएनटीएफ के साथ समन्वय बनाकर, पूर्ण सहयोग करते हुए ड्रग माफ़ियाओं के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही करनी है.
3- पुलिस अनुशासनहीनता- पब्लिक डोमेन में अथवा सोशल मीडिया पर पुलिसकर्मी द्वारा किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता अथवा पुलिस विभाग की छवि धूमिल करने वाले कृत्य पर सख़्त कार्रवाई की जाए. आम जनता के मध्य पुलिस की छवि एक स्वच्छ, अनुशासित फ़ोर्स, एक सेवक के रूप में परिलक्षित होनी चाहिये.
4- पुलिस लाइन- पुलिस लाइन में अधिकारियों के नियमित भ्रमण से उसकी दशा और दिशा में सुधार लाया जाय. शुक्रवार की परेड में पुलिस अधीक्षक एवं अन्य राजपत्रित अधिकारी अपने दिवस पर ज़रूर सम्मिलित हों. परेड के उपरांत वहाँ पर कर्मचारियों के आवासों, सरकारी कार्यालयों, मेस एवं निर्माणाधीन बिल्डिंग का भ्रमण कर पुलिस लाइन में श्रमदान से साफ़ सफ़ाई सुनिस्चित करेंगे. अधिकारियों द्वारा पूर्व से निर्मित भवनों के रिपेयर एवं रिनोवेशन एवं निर्माणाधीन बिल्डिंग की गुणवत्ता की समीक्षा कर उसमें अपेक्षित सुधार सुनिस्चित किया जायेगा.
5- वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भ्रमण- एडीजी ज़ोन एवं आईजी रेंज कैलेंडर बनाकर ज़िलों के शीतकालीन भ्रमण की तैयारी शुरू करें एवं भ्रमण के दौरान नये प्रोजेक्ट साइट पर निर्माण की गुणवत्ता एवं गति चेक कर लिखित रिर्पोट प्रेषित करें.