बरेली में पूरी रात हिंदू-मुस्लिम पक्ष में विवाद
बरावफात जुलूस का रास्ता रोकने सड़क पर बैठी महिलाऐं
हिन्दू पक्ष ने रोका रास्ता, जमकर की नारेबाजी
उत्तर प्रदेश के बरेली में बरावफात के जुलूस के परंपरागत रास्ते में बदलाव किया गया है। सुरक्षा और एहतियात के लिहाज से प्रशासन द्वारा यह फैसला लिया गया है। दरअसल पिछली साल इसी मौके पर विवाद देखने को मिला था, जिसके बाद पुलिस प्रशासन द्वारा यह फैसला लिया गया, ताकि किसी तरह का विवाद न हो सके।
उत्तर प्रदेश के बरेली में बरावफात के जुलूस के परंपरागत रास्ते को प्रशासन द्वारा बंद कर दिया गया है। वहीं इस रास्ते पर इस साल जुलूस के दौरान विवाद हो गया था। कहीं दोनों पक्ष में फिर से विवाद न हो जाए, इसे लेकर प्रशासन ने सुरक्षा और एहतियात की दृष्टि से इस रास्ते को ब्लॉक कर दिया गया और दूसरे रास्ते से जुलूस की व्यवस्था की गई। लेकिन इस रास्ते पर अंजुमन में शामिल लोग साथ निकलने वाले इस रास्ते पर जुलूस निकालने को तैयार नहीं है। हिंदू पक्ष के लोगों का कहना है कि नई परंपरा डाली जा रही है और नए रास्ते से जुलूस को निकाला जा रहा है, जबकि इसकी परमिशन भी नहीं है।
जिसके बाद दोनों समुदाय के बीच जमकर झड़प हो गई और पुलिसवालों के साथ भी धक्कामुक्की की गई है.
मुस्लिम पक्ष का कहना है कि हमेशा से इसी रास्ते से जुलूस निकलता आ रहा है, लेकिन हिंदू पक्ष के लोग विरोध जता रहे हैं और जुलूस को रोक रहे हैं। इसके बाद जब हंगामा होने लगा तो हंगामा की सूचना पाकर भारी पुलिस बल को मौके पर तैनात कर दिया गया। पुलिस अधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर तैनात हैं और दोनों पक्षों के बीच वार्ता जारी है कि किसी तरह से बातचीत के जरिए दोनों पक्षों के विवाद को सुलझाया जा सके। खबर लिखे जाने तक हिंदू पक्ष और मुस्लिम पक्ष दोनों ही सड़कों पर बैठा रहा और अपनी मांग पर अड़े हुए हैं।
बताया जा रहा है कि बारावफात के जुलूस में युवक अपने साथ म्यूजिक सिस्टम भी लाए थे. मुस्लिम पक्ष के युवक नवादा में इकट्ठा हुआ और रात आठ बजे से उन्होंने अपना जुलूस निकालने शुरू किया. जब ये जुलूस मौर्य वाली गली की ओर बढ़ा वहीं हिन्दू पक्ष के लोग सड़क पर बैठ गए और उन्होंने रास्ता रोक दिया. हिन्दू पक्ष ने उन्हें वहाँ से निकलने से रोक दिया.
हिन्दू पक्ष का आरोप है कि इससे पहले उनकी भी कांवड़ यात्रा को रोका गया था. सावन महीने में उनकी कांवड़ यात्रा को शाह नूरी मस्जिद के सामने से नहीं निकलने दिया गया था. इसलिए वो भी अपनी बारावफात के जुलूस को नहीं निकलने देंगे. हिन्दू पक्ष ने इसे नई परंपरा भी बताया. उन्होंने कहा कि अगर यहां से जुलूस निकाला गया तो वो सामूहिक तौर से यहां से पलायन कर देंगे.
इस बीच दोनों पक्षों के बीच घंटों जबरदस्त तनातनी चलती रही और हिन्दू पक्ष की महिलाओं ने जमकर नारेबाज़ी की. देर रात तक ये हंगामा चलता रहा. जिसके बाद पुलिस ने बड़ी मशक़्क़त से दोनों पक्षों को शांत कराया. इस घटना के बाद इलाके में तनाव को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था तैनात कर दी गई है.
बता दें कि पिछले साल इसी इलाके में उपद्रवियों द्वारा माहौल खराब करने की कोशिश की गई थी। लेकिन पुलिस ने समझदारी का परिचय देते हुए इसपर काबू पा लिया था। तब ईद मिलादुन्नबी पर निकल रहे जुलूस का विरोध हिंदू पक्ष ने यह कहते हुए किया था कि अंजुमनों का जुलूस अपने तय परंपरागत रूट से जा रहा है। इसके बाद जब जिले में माहौल बिगड़ने लगा तब पुलिस विभाग ने मोर्चा संभाला। सभी एसएसपी, सीओ, एसपी सिटी समेत कई सीनियर अफसर इसके बाद मौके पर पहुंचे और पीएसी जवानों के साथ पहुंचकर मामले को शांत करवाया गया।