मैनपुरी
प्रसूताओं को डिस्चार्ज करते समय ही उपलब्ध कराया जाये जननी सुरक्षा योजना का लाभ,ड्रॉप-बैक की सुविधा मुहैया करायी जाये अंजनी कुमार।
जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत गठित जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक समीक्षा के दौरान प्रभारी चिकित्साधिकारियों, चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को आदेशित करते हुये कहा कि आमजन को स्वास्थ्य विभाग की संचालित योजनाओं का लाभ मिले,स्वास्थ्य केन्द्रों पर जांच की सुविधा के साथ पर्याप्त मात्रा में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये,102,108 एम्बुलेंस सेवा का लाभ मरीजों को मिले,जरूरतमंद व्यक्ति तक एम्बुलेंस निर्धारित रिस्पॉस टाइम में पहुंचे, स्वास्थ्य केन्द्रों पर आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जायें,किसी भी मरीज को बाहर से जांच कराने,दवा कय करने के लिए न लिखा जाये,अकारण मरीजों को हॉयर सेंटर पर रैफर न किया जाये,किसी भी व्यक्ति की मौत सांप के काटने से न हो,सर्पदंश से पीडित व्यक्ति को तत्काल एन्टीबेनम देकर उसे
प्रतिरक्षित किया जाये,जननी सुरक्षा योजना का लाभ प्राथमिकता पर प्रसूताओं को उपलब्ध कराया जाये,आशा, संगिनी के मानदेय में विलम्ब न हो, सुनिश्चित किया जाये, जनपद में संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालकों से निर्धारित नियमों,मानकों का पालन कराया जाये, नियमित रूप से अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच हो।
श्री सिंह ने जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा करने पर पाया कि वार्षिक लक्ष्य 23940 के सापेक्ष माह जुलाई तक 4966 संस्थागत प्रसव कराये गये,जिसमें से 4573 प्रसूताओं को जननी सुरक्षा योजना में लाभान्वित किया जा चुका है,प्रसूताओं को लाभ उपलब्ध कराने में स्वास्थ्य केन्द्र बरनाहल, करहल,घिरोर,जागीर की प्रगति संतोषजनक नहीं है। उन्होने नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि बार-बार निर्देशों के बाद भी प्रसूताओं को जननी सुरक्षा योजना, आशाओं के मानदेय भुगतान में विलम्ब किया जा रहा है, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुचेला में आशाओं के मानेदय के भुगतान की प्रगति असंतोषजनक है। उन्होने सम्बन्धित प्र. चिकित्साधिकारियों को सचेत करते हुये कहा कि अधीनस्थों पर नियत्रण रख स्थिति सुधारें,प्रसूताओं को डिस्चार्ज होने पर ही योजना में लाभान्वित कराया जाये।
उन्होने राष्ट्रीय अधंता निवारण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान पाया कि वार्षिक लक्ष्य 22987 के सापेक्ष माह जुलाई तक कुल 569 ऑपरेशन किये गये,विद्यालयों के छात्रों के नेत्र परीक्षण में 08 से 14 आयुवर्ग के 5086 छात्रों का परीक्षण किया गया,जिनमें से 413 छात्रों के नेत्र में रिफरेक्शन दोष पाया गया,सभी 413 छात्रों को चश्मे उपलब्ध कराये गये।
जिलाधिकारी ने परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान पाया कि महिला नसबंदी के वार्षिक लक्ष्य 1282 के सापेक्ष माह जुलाई तक 28,पुरुष नसबंदी के वार्षिक लक्ष्य 21 के सापेक्ष मात्र 05,गर्भनिरोधक इंजेक्शन के लक्ष्य 13240 के सापेक्ष 4080 की पूर्ति की गयी है।
उन्होंने क्षय रोग उन्मूलन की समीक्षा के दौरान पाया कि रोगियों के चिन्हांकन,चिन्हित रोगियों को सेवाएं,लाभ उपलब्ध कराने में जनपद मंडल में प्रथम,प्रदेश में टॉप-10 में शामिल है। उन्होने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों,बेसिक शिक्षा के विद्यालयों में पंजीकृत छात्रों के स्वास्थ्य का नियमित परीक्षण किया जाये, आर.बी.एस.के.टीम रोस्टर बनाकर अपने-अपने क्षेत्र के विद्यालयों,आंगनबाड़ी केन्द्रों में जाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करें।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु,मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर.सी.गुप्ता,अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा.अनिल वर्मा, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुरेन्द्र कुमार, डब्ल्यू, एच.ओ.से डॉ. वी.पी.सिंह,यूनीसेफ से संजीव पांडेय,जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश कुमार,जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दीपिका गुप्ता,जिला कार्यक्रम अधिकारी हृदय नारायण, स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी रविंद्र सिंह गौर,डी.पी.एम.संजीव पांडेय,प्र.चिकित्साधिकारी, खंड विकास अधिकारी,बाल विकास परियोजना अधिकारी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-अजय कुमार
खबर एक्सपर्ट
मैनपुरी



















