मैनपुरी
मैनपुरी के बैजनाथपुर गांव की रहने वाली प्रियांशी ने आमिर खान की दंगल मूवी को देखकर उससे ऐसी प्रभावित हुई कि उसने कुश्ती को ही अपना सब कुछ मान लिया इसमें उसके मां-बाप ने भी उसका सहयोग किया और उन्होंने कुश्ती की कोचिंग के लिए व्यवस्था की हालांकि घर की आर्थिक स्थिति मजबूत न होते हुए भी उन्होंने बेटी के कुश्ती के प्रति लगाव को देखते हुए मैनपुरी के ही एक कुश्ती अकादमी में भेजने का फैसला किया।
प्रियांशी के पिता रविंद्र सिंह पैसे से ट्रक ड्राइवर हैं। इसी अकादमी में रहकर प्रियांशी अग्नि वीर की तैयारी करने लगी कुश्ती को सबसे पहले उसने रखा इससे पहले प्रियांशी स्टेट लेवल पर पुरस्कार जीत चुकी है इस बार नेशनल लेवल पर उसने गोल्ड हासिल किया है।
ये प्रतियोगिता SGAFI नेशनल चैपियनशिप के तहत दिल्ली के राजीव गांधी स्टेडियम में आयोजित की गई थी जिस्म की तमाम राज्यों के प्रतियोगियों ने भाग लिया था मैं प्रियांशी ने गोल्ड मेडल हासिल किया !
उसकी जी से उसके आसपास के लोग ग्रामीण बहुत खुश दिखाई देते हैं प्रियांशी का उसकी मां ने माला पहनकर व मिठाई खिलाकर उसका स्वागत किया और गांव वालों मैं भी हर्ष की लहर है।
प्रियांशी जब छोटी थी तो उसने आमिर खान की आई मूवी दंगल दंगल में गीता और बबीता को देखकर बहुत इंस्पायर हुई वह उन्हीं की तरह इंडिया के लिए गोल्ड लाना चाहती है।
रिपोर्ट-अजय कुमार
खबर एक्सपर्ट
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