सपा मुखिया अखिलेश यादव ने महराणा प्रताप को पहनाई माला तो मचा बबाल ,क्षत्रीय नेताओं ने सपा मुखिया को सुनायी खरी खोटी,और माँगा जबाब
राणा सांगा को गद्दार बताने वाली सपा ने महाराणा प्रताप को बताया महान
राजनीती के लिए कोई कुछ भी कर सकता हैं,सही को गलत,गलत को सही, और इतना ही नहीं बयान गलत दो -तो बाद में सदन से बयान निकलवा दो,हो गए माफ़
लेकिन माफी नहीं मागेंगे,क्योकिं गलती उनकी नहीं हैं,ये गलती हैं सिर्फ गलत इतिहास पड़ने की ,इसलिए माफी नहीं मागेंगे
दरसल आपने देखा सपा राजयसभा सांसद रामजी लाल सुमन संसद में राणा सांगा को गद्दार बताकर,सपा मुखिया के समाने दलित वाला कार्ड खेला और इस कार्ड को,और ज्यादा जोर देने का काम सपा मुखिया अखिलेश यादव ने किया
तो जोरदार तरीके से प्रमाणित जब कर दिया जब उन्होंने खुद कहा की -सुमन ने इतहास का कोई पन्ना पड़ा होगा,तब ऐसा बोला हैं
बाईट :अखिलेश यादव
सुमन का गलत बोलान और फिर उसपर खुलकर चेलेंज करना,सपा मुखिया का गलत पर स्पोर्ट करना ये प्रमाणित करने लगा की अब सपा मुखिया दलित वोटरों को साधने के लिए -दलित बनाम ठाकुर वाला कार्ड चलाना शुरू कर चुके हैं
लेकिन इसका बाद शुरू हुआ करनी सेना का जोर दार प्रदर्षन और हंगामा,इस हंगामा की आंच सासंद के घर तक पहुंची,फिर करनी सेना ने जगह जगह घेरा शुरू कर दिया ,
इसके बाद सपा मुखिया के इस जबाबा पर- ठाकुरों को लगने लगा की सपा मुखिया ठाकुर विरोधी हो गए हैं,लेकिन इसके बाद
तारीख आती हैं 9 माई सपा मुखिया ने ऐसा बार कर दिखाया ,जिसका अंदजा करनी सेना के पदाधिकारियों को नहीं था
9 मई को महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्षत्रिय समाज को साधने की रणनीति अपनाई. सपा की पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) रणनीति में ब्राह्मणों को शामिल करने के बाद अब पार्टी क्षत्रिय वोट बैंक पर नजर गड़ाए हुए है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश ने सबसे पहले महाराणा प्रताप की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उनके बलिदान को याद किया.
अखिलेश यादव ने घोषणा की है कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वह महाराणा प्रताप जयंती पर छुट्टी बहाल करेंगे। इससे पहले, भाजपा सरकार ने इस दिन की छुट्टी समाप्त कर दी थी। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा क्षत्रिय समुदाय का सम्मान किया है और वह इसे जारी रखेंगे।
इसी दौरान सपा मुखिया ने ये भी कहा जब भी हमारी सरकार सत्ता में आती हैं तब हम गोमती रिवरफ्रंट पर महराणा प्रताप की प्रतिमा लगवाएंगे और उनको सोने की तलवार पहनाएंगे
अखिलेश यादव बाईट :
इतना कहती है करणी से पधाधकिआरी वीरप्रताप सिंह मैदान में आ गए और सपा मुखिया पर जमकर तंज कसा, उन्होंने कहा की
समाजवादी पार्टी के द्वारा महाराणा प्रताप की जयंती मनाने का कार्यक्रम किया जा रहा है उसमें कोई संदेह नहीं महाराणा प्रताप सबके हैं लेकिन मैं ऐसे लोगों के बारे में बताना चाहता हूं जिनके पर दादा को राणा सांगा जी को आज गद्दार बताते थे, उनकी औलादे को गद्दार बताते हो इस डीएनए की जयंती क्यों मना रहे हो अखिलेश यादवजी
वोट की राजनीति कब तक करो। पत्तियों का खेल नहीं पाए क्या हम आपको कहना चाहते हैं आप महाराणा प्रताप जी की प्रति वर्ष लगाना चाहेंगे उनकी तलवार सोने की होगी मैं आपको खोलकर कहना चाहता हूं जो रिजर्व बैंक में 3000 टन सोना है वह हमारे राजा रजवाड़ों का हैं आप क्या सोना लगाओगे ,हमारी बहन बेटियों के झुमके गिर जाएंगे तो पूरे सोने की मूर्ति बन जाएगी ,आपके प्रमाण की जरूरत नहीं हैं देखिए वीरू क्या कुछ कहते हुए नजर आ रहे हैं
वीरू बाईट
अब सवाल ये जो पार्टी महाराणा प्रताप के पुर्वोजों को गद्दार बताती हैं ,
वो पार्टी आज बैकफुट पर क्यों हैं ,
अगर राणा सांगा गद्दार थे ,तो वो थे तो महाराणा प्रताप के पूर्वज
इस हिसाब से तो महराणा प्रताप भी गद्दार हो गए ,
और इस दौरान मीडिया में बोलते हुए कहा :
सियासी जानकारों का कहना है कि सपा यह रणनीति 2027 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर बना रही है, जिसमें पार्टी अगड़ा और पिछड़ा वर्गों को एकजुट कर भाजपा को चुनौती देना चाहती है.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि क्षत्रिय और ब्राह्मण वोटों को साधकर सपा अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश में है. अखिलेश ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की नीतियां समाज को बांटने वाली हैं, जबकि सपा एकता और समानता के सिद्धांत पर चलती है.
लेकिन दोस्तों इस पर आपकी क्या प्रतिक्रिर्या हैं ,जिनके पूर्वजों पर उनलगियाँ उठायी आज उन्हीं को क्यों साधने चले हैं सपा मुखिया
कमेंट बॉक्स में लिखें और चेंनल को सुब्स्क्रिब करें