Delhi:इन दिनों लोकसभा और राज्यसभा से वक्फ संशोधन बिल के पास होने के बाद देश के कई हिस्सों में मुस्लिम समाज के लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके बाद जगह जगह इस बिल के विरोध में विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ,कांग्रेस, ममता बनर्जी के नेता मैदान में दिखाई दे रहे हैं,इतना ही नहीं कांग्रेस सांसद ने इस बिल के अगेंस्ट कोर्ट का दरवाजा खटखटा दिया है, इस बिल के विरोध में संसद में मुस्लिम हितैसी नेता इस बिल को मुसलमानों के साथ धोखा बताते रहे बिना इसके फायदे जाने,
इस वफ्फ बिला का विरोध मुंबई, राजस्थान,पश्चिमी बंगाल ,और यूपी के कुछ राज्यों में देखने को मिला है,
लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा थी दिल्ली का साहिन बाग, जो caa के विरोध में मुस्लिम समुदाय का अड्डा बना था, लेकिन इस बार दिल्ली में सरकार ने पूरी आर्मी मैदान में उतार दी।
लेकिन दूसरी नजर सीएम योगी के राज्य उत्तर प्रदेश की चर्चाएं जोरों पर हैं , क्योंकी केंद्र की राजनीति का रस्ता उत्तर प्रदेश से ही निकलता है, और सारे दल यूपी में राजनीति चमकने के लिए एडी चोटी का जोर लगाते हैं,
इसी बीच वफ्फ बिल पर यूपी में कुछ बबला हो उसके लिए सीएम योगी ने यूपी पुलिस को सीधा संदेश दे दिया है
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी अदितनयनाथ ने एक ऐसा फरमान जारी कर दिया ,जिसने वफ्फ संपत्तियों के मालिकों की नींदें उड़ा दीं,दरशल वफ्फ संपत्तियों को चेंकिग का आदेश योगी की तरफ से दे दिया गया हैं,यूपी के सभी जिला अधिकारीयों से शख्त आर्डर दीये गए हैं की पता कीजिये,अभियान चलाइये और वफ्फ संपत्तियों की पहिचान कीजिये जो राजस्व अभिलेखों में दर्ज नहीं हैं,यानी जिनके नाम पर कोई कागज नहीं हैं, अब सवाल ये कैसे वफ्फ हुई,किसने,कब की,कितने की प्रॉपर्टी हैं इन सबका लेखा जोखा जिलाधिकारियों से मांगा हैं,
सारे जिलाधीरियों निर्देशित करके जल्द से जल्द सारा डेटा कलेक्ट करने को कहा गया हैं, इसके अलावा जिसने कानून का हाथ में लिया हैं,नियमों का उलघन किया हैं उनके खिलाफ भी बड़ी कार्यवाही के साथ आदेश दे दीये गए हैं
इन अवैध संपत्तियों को चिन्ह्ति करके उन्हें जब्त करने की कार्यवाही की जाएगी,सीएम योगी की तरफ से आदेश जारी कर दीये गए हैं
एक तरफ सदन में विपक्ष हंगामा कर रहा था, दुसरी तरफ सीएम योगी ने शख्त रुख अपनाते हुए काढ़े आदेश दे दीये,
आपको बताते चलें राजस्व विभाग के अनुसार यूपी में वफ्फ बोर्ड की ओर से जिन संपत्तियों का दबा किया गया हैं उनमें से ज्यादर का कोई रिकॉर्ड हैं ही नहीं,तो फिर कैसे हुईं वफ्फ,इन सारे थतयों को लेकर आदेश जारी किया गया हैं,राजस्व अभिलेखों के मुताबिक़ सुन्नी वफ्फ बोर्ड में केवल 2533 सांबपितयां दर्ज हैं,और शिया वफ्फ बोर्ड की 430 संपतियां आधिकारिक रूप से दर्ज हैं,
लेकिन वफ्फ बोर्ड की आकड़े तो आसमान के भाव बोल रहे हैं सुन्नी वफ्फ बोर्ड की तरफ से 124355 संपितयों को और शिया वफ्फ बोर्ड की तरफ से 7785 संपितयों को अपना बताया गया हैं, जबकि ये किस आधार पर हैं
इन सारे आकड़ों पर सीएम योगी ने तीसरी आखँ खोल दी हैं और उन्होंने मंच से ही पूछा की – तालाब,खिलहान,ग्राम समाज की जमीनें कैसे वफ्फ हो सकतीं हैं , तो दुसरी तरफ सीएम योगी ने वफ्फ बोर्ड को भू माफियां बोर्ड की उपाधि दी हैं, देखिये इस पर क्या कहते हुए योगी नजर आ रहे हैं