मुंमई में बाबा सिद्दी के शूट आऊट काण्ड के बाद लॉरेंस विश्नोई की चर्चाए ,भारत के साथ साथ दूसरे देशों में तेजी से होने लगी हैं,और उसकी गतिवधियों से भारत से बाहर कनाडा में बैठे भारत विरोधी खालिस्तान काँप रहे हैं,तो क्या भारत विरोधियों को निपटाने का काम भी लॉरेंस विश्नोई ने ले लिया हैं ,
कनाडा की राजधानी ओटावा में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रॉयल कनाडियन माउंटेन पुलिस के असिस्टेंट कमिश्नर ब्रिगेट गोबिन ने आरोप लगाया कि भारत सरकार के एजेंट कनाडा की धरती पर आतंक फैलाने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के साथ मिलकर काम कर रहे हैं , द वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में कनाडाई अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि ,भारत सरकार लॉरेंस बिश्नोई गैंग का इस्तेमाल हरदीप सिंह निज्जर, की हत्या जैसे ऑपरेशन में अंजाम देने के लिए कर रही है
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की ओर से ,खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय अधिकारियों की संलिप्तता का आरोप लगाए, जाने के बाद से दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण हैं, दोनों देशों के बीच रिश्तों में तनातनी के बीच कनाडाई, पुलिस ने नया दावा किया है। कनाडाई पुलिस ने कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों को टारगेट करने के लिए भारत सरकार पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग की मदद का आरोप लगाया है।कनाडा की राजधानी ओटावा में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रॉयल कनाडियन माउंटेन पुलिस के असिस्टेंट कमिश्नर ब्रिगेट गोबिन ने आरोप लगाया कि भारत सरकार के एजेंट कनाडा की धरती पर आतंक फैलाने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के साथ मिलकर काम कर रहे हैं , द वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में कनाडाई अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि ,भारत सरकार लॉरेंस बिश्नोई गैंग का इस्तेमाल हरदीप सिंह निज्जर, की हत्या जैसे ऑपरेशन में अंजाम देने के लिए कर रही है
कनाडा का आरोप हैं अलगावदी भारतीय राजनयिक संदिग्ध सिख अलगावादियों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा करते हैं,और भारत में खुफिया एजेंसी रो को भेजते हैं,ताकि विश्नोई गैंग को टारगेट को पहिचाने मदद मिल सके,इससे संबधित एक रिपोर्ट द वाशिंगटन अखबार में भी छापी गई
और उस अखबार में लिखा गया कि वरिष्ठ भारतीय अधिकारी, केंद्रीय गृहमंत्री,अमित शाह जिन्होंने रॉ के एक सीनियर अधिकारियों को कथित तौर पे सिख अलगा वादियों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा करने, और उन परे हमलो की जिम्मेदारी दी हुई, यानी लॉरेंस और अमित शाह का नाम एक साथ जोड़ा जा रहा है तो सवाल उठता है कनाडा आखिर लॉरेंस विश्नोई का नाम क्यों ले रहा है,
कनाडा में बिश्नोई गैंग पर कई वारदातों का आरोप हैं
आरसीएमपी की एक टीम ने निज्जर की हत्या के मामले में गिरफ्तार चार लोगों में से तीन- करण बराड़, कमलप्रीत सिंह और करणप्रीत सिंह का संबंध लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से होने का दावा किया है। कनाडाई पुलिस का इन गिरफ्तारियों के हवाले से दावा बिश्नोई गैंग की कनाडा में मौजदूगी की बात को मजबूत करता है।
सितंबर में कनाडा में रैपर एपी ढिल्लों के घर के बाहर गोलीबारी और नवंबर में कनाडा में पंजाबी गायक गिप्पी ग्रेवाल के घर पर गोलीबारी में गैंग का नाम आया था। इस गैंग ने पिछले सितंबर में कनाडा में अपने प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सुखा दुनेके की हत्या की जिम्मेदारी भी ली थी।
कनाडा से तनाव के बीच भारत ने वहां से अपने उच्चायुक्त और अन्य राजनयिकों को वापस बुला लिया है जबकि दिल्ली में कनाडा के छह डिप्लोमैट को भारत ने निष्कासित कर दिया है. भारत के इस कड़े रुख पर अब कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का बयान सामने आया है. ट्रूडो ने कहा कि कनाडा भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का पूरा सम्मान करता है और हम उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार भी कनाडा के लिए ऐसा ही करेगी. कनाडा के नागरिकों की सुरक्षा करना मेरी जिम्मेदारी है.
सबसे बड़ी बात है कि कनाडा अपने यहां सिखों को टारगेट करने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम ले रहा है, क्योंकि कनाडा में हाल फिलहाल में ही चुनाव होने हैं ,लेकिन वहां के प्रधानमंत्री का आरोप हैं की उसकी धरती पे मौजूद भारतीय एजेंट खालिस्तान समर्थक, तत्त्वों को निशाना बनाने के लिए लॉरेंस विश्नोई गिरोह के साथ मिलकर काम कर रहे हैं,
तो सवाल है कि क्या लॉरेंस बिश्नोई सच में कनाडा में सक्रिय है, क्या इसके भी कोई सबूत मिलते हैं ,मीडिया दावा करती हैं है कि कथित तौर पर कनाडा में लॉरेंस बिश्नोई सक्रिय है ,हाल के घटनाक्रमों ने संगठित अपराध से इसके संबंधों की ओर इशारा किया है, बिश्नोई गैंग का सेकंड मेन लीडर सतिंदर जीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ बताया जाता हैं ,और वो कनाडा में ही रहता है, इसीलिए लॉरेंस का गैंग कनाडा में बहुत कुछ कंट्रोल कर रहा है, असल भारत में लॉरेंस जेल में है ,तो ऑपरेशन की जिम्मेदारी गोल्डी बराड़ ही देखता है, जिसके बारे में यही कहा जाता है कि वह कनाडा में रहता है, पिछले कुछ सालों में इस गैंग ने कनाडा से लेकर इंग्लैंड तक अपना असर बढ़ा लिया, उसके खिलाफ इंटरपोल ने रेट कॉर्नर नोटिस भी जारी किया है
आतंकवाद जिसे फैलाने के पीछे लॉरेंस बिश्नोई का हाथ है ये सीधे तौर पे कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो की नरेंद्र मोदी से लड़ाई की खुली चुनौती है यहां कनाडा को बहुत बुरी हार मिलेगी कूटनीतिक तौर पे इसका असर पाकिस्तान में दिखने लगा है वहां जयशंकर ने कनाडा को करारा जवाब दिया है इसके बाद
देरशाल कनाडा में अगले साल चुनाव होने हैं ,और जस्टिन ट्रूडो की सरकार कई मुद्दों को लेकर बैकफुट पर है, कनाडा में प्रो-खालिस्तानी पार्टी ,NDP के नेता जगमीत सिंह ने हाल ही में ट्रूडो सरकार से समर्थन वापस ले लिया था, माना जा रहा है कि खालिस्तान समर्थक वोट बैंक ,और NDP को साधने के लिए जस्टिन ट्रूडो भारत विरोधी एजेंडा चला रहे हैं,