लॉरेंस बिश्नोई का जन्म ,पंजाब में 12 फरवरी 1993 को फिरोजपुर के एक गांव में हुआ, बचपन में दूध की तरह साफ गोरा लड़का होता हैं, इसका नाम प्यार से माँ बाप लॉरेंस रख देते हैं,वो धीमे धीमे बड़ा होता हैं, घर के आँगन में किलकारियाँ गूंजती हैं, लेकिन भबिष्य की किसी को पता नहीं था ,कि बेटा ऐसा निकलेगा,जो डॉन बनेगा ,
बताया जाता हैं की उस दौरान , लॉरेंस के पिता हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल के पद पर थे ,और उन्होंने समय से पहले हरियाणा पुलिस की नौकरी से रिटायरमेंट ले लिया, और किसान बन गए, लॉरेंस ने 12वीं तक की पढ़ाई अपने ही गांव में की, और 2010 में 12वीं की परीक्षा में पास होने के बाद, आगे की पढ़ाई के लिए उसने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में दाखिला ले लिया ?
लॉरेंस की जिंदगी का असली खेल शुरू होता हैं साल 2011 से :
एंकर : एक पुरानी कहावत है ,गुरु के बिना ज्ञान नहीं और ज्ञान के बिना जीवन है बेकार,अब ये गुरु अपराध की दुनिया का हो या गैर अपराध की दुनिया का, ज्ञान अच्छा हो या बुरा हो, जिस इंसान को जैसा गुरु और ज्ञान मिलता है, वो उसी रंग में ढल जाता है. ऐसा ही कुछ लॉरेंस बिश्नोई के साथ भी हुआ. साल 2011 में पंजाब यूनिवर्सिटी में लॉरेंस की मुलाकात गोल्डी बरार से हुई थी, और उसके साथ मिलकर लॉरेंस बिश्नोई ने नेता बनने के लिए ,छात्र राजनीति में किस्मत आजमाई,
बीओ :साल था 2011 लॉरेंस ने चुनाव लड़ने के लिए एक संगठन बनाया, लेकिन लॉरेंस को इस बात का अंदाजा तक नहीं था, जिस राजनीतिक पार्टी की तरह वह संगठन बना रहा है ,कुछ सालों बाद वो देश का सबसे बड़ा नेटवर्क बनाने लगेगा,
लॉरेंस ने अपने संगठन का नाम रखा स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी, यानी एसओ पीयू, इसी बैनर के जरिए उसने चुनाव भी लड़ा, लेकिन लॉरेंस की जिंदगी उसी चुनाव में ऐसी तबाह होगी कि, वह फिर कभी लौट के नहीं आएगा, लॉरेंस चुनाव हार गया, चुनाव हारने के साथ ही उसका रास्ता भी बदल गया,और हार के बाद लॉरेंस अपमानित महसूस करने लगा, यूनिवर्सिटी में जो गुट लॉरेंस बिश्नोई का विरोधी था ,वह लॉरेंस को चुनौती देने लगा ,और लॉरेंस के मन में भी बदला पनपने लगा, लेकिन बदले की लड़ाई गैंगस्टर बनने के बाद भी नहीं मिटेगी,
किसीको इस बात का अंदाजा नहीं था, लॉरेंस ने उसी साल एक रिवॉल्वर खरीदी, और उस गैंग से जा भिड़ा जिसके हाथों से उसकी हार हुई थी, शुरुआती दौर में दोनों गैंग में कहा सुनी होती है, कहा सुनी बदलकर हाथापाई पर पहुंच जाती है, लेकिन इसी बीच लॉरेंस बिश्नोई पहली बार, जिंदगी में फायरिंग करता है, तब पंजाब पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या की कोशिश, का मामला दर्ज किया, लॉरेंस के खिलाफ यह पहला मामला था, उसके बाद तो मामलों की लिस्ट इतनी बढ़ गई की सुनने वाले भी हैरान रह गए
लॉरेंस ने पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करते हुए, वकालत की पढ़ाई पूरी की, और साथ ही अपराध की दुनिया में सक्रिय रूप से काम करता रहा, इस दौरान लॉरेंस बिश्नोई ने चंडीगढ़ में ही गंभीर अपराध करने शुरू कर दिए, लॉरेंस पर 2010 और 2012 के बीच हत्या के प्रयास, निजी जमीनों पर अतिक्रमण करना, जानलेवा हमला करना, डकैती के मामले जैसे आरोप लगे, और बहुत ही जल्दी लॉरेंस का नाम अपराध की दुनिया का बादशाह बन गया,
हालांकि दूसरी तरफ लॉरेंस की जिदंगी की सच्चाई ,मीडिया कुछ अलग दावे करती हैं, लॉरेंस कॉलेज में था। उन्हीं दिनों पढ़ाई के दौरान एक लड़की से गहरी दोस्ती हो जाती हैं ,और कुछ दिनों बात ये दोस्ती प्यार में तब्दील हो जाती है, लेकिन चुनाव हारने के बाद होने वाली गैंगवार में, उसकी गर्लफ्रेंड की हत्या हो जाती है, जिसके बाद उसको अपराध में जाने का मकसद मिल जाता है, आगे चलके लॉरेंस की दोस्ती संपत नेहरा से हो जाती है, संपत नेहरा उन दिनों काफी ताकतवर था, संपत पुलिस इंस्पेक्टर का बेटा था ,उसे भी स्पोर्ट्स में खासी दिलचस्पी थी,
लॉरेंस, गोल्डी, और सरपंच, ने मिलक पंजाब के साथ-साथ हरियाणा में भी, अपराध को अपना मुकाम बना लिया, पुलिस को भी इस बात का अंदाजा नहीं था, कि भविष्य में इस तिकड़ी के आगे पसीने छूट जाएंगे , दरअसल तीनों लड़के पढ़े-लिखे थे ,तो इनका दिमाग शार्प मायण्ड था , आगे चलके इसी तिकड़ी ने हरियाणा में ,काला जठरी और दिल्ली में जितेंद्र गोगी, के साथ गठबंधन कर लिया, राजस्थान में आनंदपाल ,और बाद में उसकी शिष्या अनुराधा, साझेदार बन गई जब इनकी दोस्ती आनंदपाल के साथ हुई, उन दिनों राजस्थान का सबसे बड़ा गैंगस्टर आनंदपाल ही माना जाता था,
सिर्फ बदले के भाव से शुरू हुई लॉरेंस की कहानी, अब ऑर्गेनाइज्ड क्राइम में शामिल हो जाती है, यानी कि वो आदतन अपराधी की लिस्ट में आ जाता है ,अब लॉरेंस का दिमाग अपराध में इतना ज्यादा व्यस्त हो गया कि, 2012 13 में उस पर केस दर्ज हुए तो उसने सबसे पहले घर छोड़ दिया, फिर ग्रुप के साथ अलग-अलग शहरों में रहने लगा,
बीओ : आज लॉरेंस बिश्नोई गैंग ,भारत की अपराध की दुनिया का सबसे बड़ा और खूंखार गैंग बना चुका है,ये गैंग देश के अलग-अलग हिस्सों में ,हर दिन नए-नए अपराध कर के सभी राज्यों की पुलिस को खुली चुनौती दे रहा है, पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार ,इस गिरोह की मुख्य आमदनी शराब माफिया, जमीन माफिया और कुछ राजनेताओं के जरिए है, लॉरेंस बिश्नोई भले ही जेल में बंद हो, लेकिन उसके गैंग को उसका भाई अनमोल बिश्नोई ,अमेरिका में बैठकर चला रहा है ,
बीओ :एक दिन 23 मार्च 2023 को बॉलीवुड सुपरस्टार, सलमान खान के ऑफिस में उन्हें जान से मारने की धमकी वाला ईमेल आता है, इस मेल के बाद सलमान खान के ऑफिस में हलचल तेज हो जाती है ,और इसकी सूचना तुरंत पुलिस और खुद सलमान खान को दी जाती है, पुलिस की जांच में पता चलता है कि धमकी भरा मेल राजस्थान के जोधपुर से भेजा गया है,मुम्बई पुलिस की क्राइम ब्रांच के सब इंस्पेकटर बजरंग जगताप ,अपनी एक टीम लेकर ईमेल भेजने वाले का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए जोधपुर रवाना हो जाते हैं. पूरा ऑपरेशन गोपनीय रखा जाता है., मुंबई पुलिस की टीम तुरंत ही धमकी भरा मेल भेजने वाले आरोपी का पता लगा लेती है ,और बिना देर किए उसे गिरफ्तार करके अपने साथ मुंबई लाती है ,और खुलासा होता है कि ईमेल भेजने वाला शख्स ,21 साल का धाकड़राम रोहिचा कलां है, पुलिस की जांच में ये खुलासा भी होता है, कि धाकड़राम लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में था.
एंकर :सलमान खान के ऑफिस में मेल भेजने के बाद,लॉरेंस बिश्नोई को राहत नहीं मिलती हैं,फिर एक दिन सलमान खान के मुंबई स्थति गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर,गोलियां चलाई जाती हैं,और इसके बाद पुलिस बेहद अलर्ट मोड़ पर आ जाती हैं ?
बीओ:इसके बाद 14 अप्रैल को मुंबई के बांद्रा इलाके में ,मौजूद गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर दो लोगों ने गोलियां चलाईं, इसी अपार्टमेंट में सलमान खान, अपने परिवार के साथ रहते हैं, इस हमले की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई के भाई, अनमोल बिश्नोई ने ली ,और मामले में अनमोल और लॉरेंस मुख्य आरोपी बनाए गए, लॉरेंस बिश्नोई की सलमान खान से दुश्मनी ये है ,सलमान खान पर राजस्थान में फिल्म हम साथ-साथ हैं ,की शूटिंग के दौरान काले हिरण को मारने के आरोप लगे थे, काला हिरण जो कि बिश्नोई समाज के लिए पूजनीय है,
सलमान खान के घर पर फायरिंग करवा कर, चर्चा में आए लॉरेंस बिश्नोई का नाम ,2022 में भी खबरों का हिस्सा बना था ,और तब उस पर आरोप लगा था पंजाबी सिंगर ,सिद्धू मूसेवाला की हत्या का, इस मर्डर केस का मास्टरमाइंड था गोल्डी बरार, वही गोल्डी बरार जिसके साथ 2011 से ही लॉरेंस बिश्नोई जुड़ा हुआ था,
आइये बताते हैं ,लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बड़े अपराध
1. पंजाब के फरीदकोट में 18 फरवरी 2021 में मश्हूर पहलवान गुरलाल सिंह की गोली मारकर हत्या
2. पंजाब के मानसा में 29 मई 2022 को पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या
3. जयपुर में 5 दिसंबर 2023 को करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या
4. बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान के घर पर 14 अप्रैल 2024 की सुबह फायरिंग
गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते ने 2021 में “भारत भूषण” के जरिए ड्रग तस्करी के मामले में ,गैंगस्टर लॉरेंस की संलिप्ता के बारे में पता चला ,और गुजरता एटीएस ने लॉरेंस को साबरमती के, केंद्रीय जेल के हाई सिक्योरिटी वाले सेल में बंद कर दिया, गुजरात एटीएस के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और मुंबई पुलिस की स्पेशल टीमें लॉरेंस गैंग के खात्मे पर काम कर रही हैं,
एंकर :जब लॉरेंस बिश्नोई का नाम आज इतने सुखियों में हैं,तो क्या आपको पता हैं ,विश्नोई समाज का पूरा इतिहास,तो श्याद नहीं,
विश्नोई वो हैं ,जानवरों के लिए अपनी जान देदे, इनके पूर्वज किसके पुजारी रहें ,एक पेड़ के लिए सैकड़ों विश्नोईयों ने जान देदी ,
एक जनावर को अपने स्तनपान कराती हैं इनकी माँ, गांव से लेकर शहर तक पर्यावरण के लिए कई विश्नियों की जान चली गई,सेना में ना होने के बाबजूद शौर्य चक्र से पहले भारतीय निहला चंद विशनोई को सरकार ने सम्मानित किया ?
इनका पूरा इतिहास जानने लिए हमारे अगले वीडियो को देखें ,वहां आपको सारे तथ्त्या मिलेंगे ,किसने विश्नोई समाज की स्थापना कब और कैसे की ?