योगी का बुल्डोजर गुजरात के सोमनाथ में गरजा,कर दिया सुपड़ासाफ
36 बुल्डोजर,70 ट्रैक्टर,आधी रात में कार्यवाही,अवैध अतिक्रमण को किया जमीदोंज
60 करोड़ की सरकारी जमीन को कराया गया खाली,प्रसाशन ने दंगाइयों को सिखाया सबक
आजकल पूरे देश में सीएम योगी के बुल्डोजर की डिमांड ज्यादा बढ़ गई हैं ,एक तरफ कोर्ट बुल्डोजर की रफ्तार कर करने के लिये प्रयास रत हैं तो दुसरी तरफ ,प्रसाशन नियम और कानून के तहत बड़ी कार्यवाही कर हैं ,
बड़ी खबर गुजरात के सोमनाथ से हैं ,जहां भारत की सबसे बड़ी कार्यवाही देखने को मिली हैं , ये कार्यवाही मंदिर के नजदीक अवैध रूप से सरकारी संपत्ति को घेर रखा था इसको लेकर बड़ी कार्येवाही हुयी हैं
गुजरात में सोमनाथ विकास परियोजना के लिए कथित अवैध अतिक्रमण को तोड़ा जा रहा है. सोमनाथ इलाके में अवैध निर्माण के खिलाफ प्रशासन की ओर से बड़ी कार्रवाई की जा रही है. शुक्रवार रात से भारी संख्या में पुलिस की मौजूदगी में 36 बुलडोजर इन अवैध निर्माणों को गिराने में लगे हुए हैं. इसके अलावा मलबा हटाने के लिए करीब 70 ट्रैक्टर लगाए गए हैं.
वहीँ सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि इस जगह का इस्तेमाल सोमनाथ डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में किया जाएगा. सोमनाथ मंदिर के पिछले हिस्से में कई अवैध निर्माण हो गए हैं, जिन्हें हटाने के लिए प्रशासनिक टीम काम कर रही है.
दूसरी तरफ स्थानीय लोग सोमनाथ में गुजरात सरकार के सबसे बड़े बुलडोजर ऑपरेशन का भी विरोध कर रहे हैं. इससे पहले यहां महीनों से सर्वे काम चल रहा था. सर्वे का काम पूरा होने के बाद सोमनाथ मंदिर के पीछे सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाया जा रहा है.
पिछले दो वर्षों में यहां कई नए काम हुए हैं और इस कार्रवाई के बाद सोमनाथ मंदिर कॉरिडोर के निर्माण कार्य को और गति मिलने की उम्मीद है। देर रात अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गयी. हालांकि, कार्रवाई होते ही स्थानीय लोगों की भीड़ वहां जमा हो गयी और हंगामा करने लगी. लोगों ने कार्रवाई रोकने की भी कोशिश की, लेकिन पुलिस ने किसी तरह लोगों को हटाया और बुलडोजर एक्शन दोबारा शुरू हुआ.
वेरावल-सोमनाथ रोड पर सेंट मैरी स्कूल के सामने का इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है. देर रात से ही बड़ी संख्या में पुलिस का काफिला आ गया था. साथ ही काजली रोड पर 36 से ज्यादा जेसीबी मशीनें भी नजर आईं.और , 1400 पुलिसकर्मी, बड़ी संख्या में ट्रैक्टरों की मदद से सुबह से ही तोड़फोड़ का काम शुरू कर दिया गया
इस वडी कार्यवाही के दौरान ,कई थानों की फोर्स भी मौके पर मौजूद रही . पुलिस की निगरानी में अवैध निर्माण को तोड़ने का काम किया जा रहा है. अधिकारियों का कहना है कि यह प्रक्रिया अभी कुछ समय तक जारी रहेगी. अब स्थिति नियंत्रण में है और तोड़फोड़ का काम जारी है.
पुलिस सूत्रों कि मानें तो 50 से ज्यादा बुलडोजर चलाकर , 9 अवैध धार्मिक स्थल और 45 पक्के मकानों को तोड़ा गया. सोमनाथ के एसपी मनोहर सिंह जडेजा ने कहा कि सरकारी जमीन पर जो भी अवैध निर्माण थे वो हटाये गये हैं, और फिलहाल पूरे इलाके में शांति है.
प्रशासन ने लोगों को अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है. पुलिस के मुताबिक, पूरे शहर में माहौल शांतिपूर्ण है और किसी को डरने के जरूरत नहीं है. इस दौरान हुई कार्रवाई से 15 हेक्टेयर सरकारी जमीन के अवैध निर्माण हटाए गए हैं ,और इसकी कीमत 60 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
डिमोलिशन के बाद अप्रिय घटना को रोकने के लिए, अवैध निर्माण वाले स्थान को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. सोमनाथ के भिडिया सर्कल और गुडलक सर्कल पर दोनों तरफ प्रवेश पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं. पूरी सड़क पर जगह-जगह पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए और वाहनों का आवागमन रोक दिया गया था
एक अधिकारी ने बताया, ‘आज सुबह हुए डिमोलिशन में 1400 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात थे जिसमें आईजी रेंज के 3 अफसर, 3 एसपी, 4 डीएसपी, 12 पुलिस इंस्पेक्टर, 24 पीएससआई भी शामिल हैं. सूत्रों की मानें तो पुलिस ने 130 से ज्यादा लोंगो को डिटेन किया था जो मौके पर पहुंचकर हल्ला मचा रहे थे या फिर डिमोलिशन को का प्रयास करके इलाके की शांति को भंग करना चाहते थे. इस डिमोलिशन को सोमनाथ का अबतक का सबसे बड़ा डिमोलिशन माना माना जा रहा है. जिला मजिस्ट्रेट कि मौजदूगी में ही सारे अवैध निर्माण हटाये गये हैं
महत्वपूर्ण बात ये है कि उज्जैन कॉरिडोर की तरह सोमनाथ में भी कोरिडोर बनना है, जिसके लिए केन्द्र सरकार से मंजूरी मिल चुकी है. सोमनाथ मंदिर के विकास के लिए अनेक योजनाओं पर काम चल रहा है. ऐसे में इस डिमोलिशन के बाद कॉरिडोर के काम में तेजी आने की संभावना है.