साउथ ऐक्ट्रेस कादम्बरी पर हुआ था ,मुक्क्दमा और 40 दिन की जेल,
3 IPS अधिकारीयों ने नेता के कहने पर 40 दिन तक रखा था जेल में
ऐक्ट्रेस ने अधिकारीयों के खिलाफ करी थी शिकायत,तीनों पर गिरी गाज
एक एक्ट्रेस को 3 अधिकारी 40 दिनों तक हिरासत में रखते हैं,झूठा मुकदद्मा दर्ज करते हैं ,आंध्र प्रदेश इंटेलजेस के हेड खुद,कादंबरी की गिरफ्तारी का आदेश देते हैं,बिना FIR दर्ज किये, ये ऐक्ट्रेस को सब झेलना पड़ा जब उन्होंने अधिकारी के खिलाफ दी हुयी शिकायत वापस नहीं ली ,और फिर तीनों अधिकारीयों पर कैसे गिरी गाज,देखिये
कादम्बरी साउथ की जानी मानी एक्टर्स हैं, कन्नड़,मलियां तेलगु के अलावा,हिंदी और पंजाबी फिल्मों में भी काम कर चुकीं हैं, सोशल मीडिया पर बहुत बड़ी पकड़ रखतीं हैं जिसमें उनके लाखों फ़ॉलोर्स और फेन हैं,
एक्टर्स बनने से पहले कादम्बरी डॉक्टर भी रह चुकी हैं,मगर कादम्बरी ने तीन आईपीएस पर गंभीर आरोप लगाए हैं, कादम्बरी का आरोप हैं की उन्होंने पहले तो उन्हें डराया धमकाया,फिर झूठा केस बनाकर गिरफ्तार किया,और 40 दिनों तक हिरासत में रखा,कादम्बरी ने इस मामले को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी, उन्होंने BMC के टॉप ऑफिसरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था, जिसको वापस लेने के लिए तीनों अधिकारयों ने दबाबा बनाय, और केस वापस ना लेने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी,
जब उनकी धमकी के बाद भी कादंबीर ने शिकायत वापस नहीं ली,तो उनकी मसीबतें और बढ़ गयीं,
सोचिये जिन अधिकारयों के बल बूते पर सिस्टम चल रहा हैं, वही इसी तरह से कार्य करेंगे तो कैसे काम चलेगा,
इसी को लेकर तीन आंध्र प्रदेश सरकार ने तीन वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया। इनमें एक डीजी रैंक का अधिकारी हैं। सरकार ने आइपीएस अधिकारियों को निलंबित करने के लिए रविवार को अलग-अलग आदेश जारी किए। इन अधिकारियों पर मुंबई की एक मॉडल को उसके खिलाफ दर्ज मामले में बिना उचित, जांच जल्दबाजी में गिरफ्तार करने और परेशान करने का आरोप है।,
निलंबित अधिकारियों में पूर्व खुफिया प्रमुख पी. सीताराम अंजनेयुलु (डीजी रैंक), विजयवाड़ा के पूर्व पुलिस आयुक्त क्रांति राणा टाटा (आइजी रैंक) और तत्कालीन पुलिस उपायुक्त (विजयवाड़ा) विशाल गुन्नी (एसपी रैंक) शामिल हैं।
कांग्रेस के एक नेता की शिकायत पर गिरफ्तार
मॉडल ने आरोप लगाया कि पिछली सरोकार के दौरान पुलिस अधिकारियों ने उन्हें धमकी दी थी कि अगर उन्होंने मुंबई में एक निगम के शीर्ष अधिकारी के खिलाफ दर्ज मामला वापस नहीं लिया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। माडल को इस वर्ष की शुरुआत में पिछली सरकार के दौरान वाईएसआर कांग्रेस के एक नेता की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया था।
मॉडल पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था।रिकार्ड के अनुसार, माडल के खिलाफ एफआइआर दो फरवरी को दर्ज की गई थी, जबकि अंजनेयुलु ने 31 जनवरी को राणा टाटा और विशाल गुन्नी को उसे गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था।
यानी गिरतारी के दो दिन बाद Fir दर्ज का मामला सामने आया हैं, हालिक जब एक्टर्स ने शिकायत की सरकार एक्शन में आयी और तीनों अधिकारयों को सस्पेंड कर दिया , अब सोचिये यहीं कोई अगर आम आदमी हो तो, तो जिदंगी भर तारीख पर तारीख करते हुए उसकी सात पीडियां गुजर जाती,