सर्वे में हुआ खुलासा पी एम मोदी की कुर्सी को मिला उत्तराधिकारी
पी एम मोदी की कुर्सी का उत्तराधिकारी Yogi नहीं तो कौन ?
सर्वे में बीजेपी के तमाम बड़े चेहरों के नाम हैं शामिल
जगह जगह चर्चा और राजनीति का बाजार गर्म है कि,भारत में आखिरकार कुर्सी का असली हकदार कोन , जो देश ही नहीं पी एम मोदी की तरह विदेशों को भी अपने सामने नतमस्तक कर सके। इसके लिए एक बड़ा सर्वे निकलकर सामने आया है ।
उस बड़े इंतजार का अब ऐलान हो गया ,और इसी बीच चौकाने वाली सर्वे की रिपोर्ट सामने आई हैं
जिसमें सीमा योगी इस दौड़ से बाहर हैं , फिलाल सी एम योगी नहीं होंगे,मोदी के उत्तराधिकारी, इसमें चौकाने वाला नाम सामने आया हैं,
देरशल पीएम मोदी का उत्तराधिकारी कौन होगा सर्वे में बीजेपी के यह बड़े-बड़े नेता,सबसे आगे हैं
अब 2024 के लोकसभा चुनाव,संपन्न होने के बाद से ही सियासी जानकार,इस चर्चा में जुटे हैं कि आखिर,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद कौन,होगा जो भारतीय जनता पार्टी को संभालेगा,कोन बड़ा चेहरा होगा जो भारत को ढके की चोट पर चलाएगा।
दुनियाभर में और बीजेपी समर्थक इस सवाल का जवाब खोज रहे,हैं 10 साल से भी ज्यादा समय तक देश का,नेतृत्व करने और अपने तीसरे कार्यकाल के अंत, से पहले पीएम मोदी 75 साल की उम्र तक पहुंच जाएंगे,
ऐसे में हर किसी के मन में,सवाल उठ रहे हैं कि आखिर नरेंद्र मोदी के,बाद बीजेपी के पास प्रधानमंत्री पद के लिए,कौन से विकल्प होंगे अब यह स्वाभाविक है
कि लोग इस बारे में सोच भी रहे हैं इंडिया,टुडे के मूड ऑफ द नेशन सर्वे में इस सवाल,का जवाब जानने की कोशिश की गई।
इस फेहरिस्त में यूपी के सीएम योगी आदिनाथ दिग्गज बीजेपी नेता केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ,का नाम चर्चा में है हालांकि सबसे ज्यादा लोगों ने किसे वोट दिया ,
चलिए आपको बताते हैं अगस्त के महीने में कराए गए इंडिया टुडे के मूड ऑफ द नेशन सर्वे में लोगों से सवाल किया गया कि पीएम मोदी के बाद कौन ?
इस सवाल के जवाब में करीब 25 फीसद से ज्यादा लोगों ने देश के गृहमंत्री अमित शाह का नाम लिया
वहीं दूसरे नंबर पर19 प्रतिशत पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहे
वहीं तीसरे नंबर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी रहे
लगभग 19 फीसदी लोगों ने योगी के पक्ष में सहमति जताई, यानी कि योगी अमित शाह के 25 फीसद से बहुत ज्यादा पीछे नहीं रहे, इस तरह से यूपी के मुख्यमंत्री इस फेहरिस्त में अमित शाह के बाद दूसरे सबसे लोकप्रिय नाम हैं ,
सर्वे के मुताबिक सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 13 फीसदी वोटों के साथ भाजपा पार्टी में शीर्ष स्थान के लिए तीसरे सबसे पसंदीदा शख्स हैं ,वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को लगभग 5-5 फीदी लोगों ने पसंद किया है।
हालांकि इंडिया टुडे ग्रुप के हालिया सर्वे में अमित शाह सबसे आगे हैं लेकिन उनकी 25 फीसदी की रेटिंग
फरवरी 2024 और अगस्त 2023 के पिछले मूड ऑफ द नेशन के सर्वे की तुलना में कम है यह सर्वे 15
जुलाई 2024 से अगस्त 2024 के बीच किया गया,इसमें देश के 543 लोकसभा क्षेत्रों से 4591 लोगों ने हिस्सा लिया था।
और बताते हैं की इडिया टुडे ग्रुप का यह सर्वे 6 महीने में किया जाता है पिछले दो सर्वे में 28 फीसदी और 29 फीसदी लोगों ने पीएम मोदी के बाद अमित शाह का नाम चुना था।
पीएम मोदी का उत्तराधिकारी उन्हें ही माना था लेकिन अगस्त 2024 के सर्वे में पता चलता है कि दक्षिण भारत के 31 फीसदी से ज्यादा लोगों का मानना है कि अमित शाह पीएम मोदी के बाद बीजेपी के प्रधानमंत्री के कैबिनेट के रूप में सबसे अच्छे विकल्प हैं।
वहीं देश भर में कुल मिलाकर 25 फीसदी सपोर्ट की तुलना में दक्षिण भारत की अमित शाह की 31 फीसदी समर्थन बहुत ज्यादा है
अमित शाह की तरह योगी आदित्यनाथ का समर्थन भी करने का प्रतिशत घटा है
अगस्त 2023 में योगी आदित्यनाथ का समर्थन घटकर 25 फीसदी से फरवरी 2024 में 24 फीसदी हो गया, और अब केवल 19 फीसदी लोग ही उन्हें बीजेपी में
पीएम मोदी के बाद उपयुक्त उत्तराधिकारी के रूप में देखते हैं लगभग 13 फीसदी लोगों ने नितिन गडकरी को एक संभावित विकल्प के रूप में चुना है, हालांकि अमित शाह और योगी की रेटिंग में गिरावट के साथ स्वाभाविक रूप से यह सवाल उठता है
कि फायदा किसे हो रहा है सर्वे में संकेत मिल रहा है कि राजनाथ सिंह और शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में लोकप्रियता हासिल की है और उनका ग्राफ धीमे-धीमे बढ़ रहा है ,लेकिन ओवरऑल सबसे ज्यादा एक नंबर पर तो अमित शाह है लोगों की पसंद,
जिसमें लोग चाहते हैं कि पीएम मोदी के बाद देश के प्रधानमंत्री वही बने वहीं दूसरे नंबर पर लोग चाहते हैं कि योगी आदित्यनाथ को ये जिम्मेदारी सौंपी जाए ,वैसे अगर यही सवाल।
आज देश की तमाम जनता अगला प्रधमांत्री कोन , जानना चाहती है ,इसका विकल्प क्या होगा,
क्या पी एम मोदी की तरह कोई नया प्रधानमंत्री देश चला पाएगा।
या फिर अभी पी एम मोदी को काम करने के लिए पांच साल मिलने चाहिए।
लेकिन बड़ा सवाल आपके लिए अगर आपसे अगले पी एम के बारे में पूछा जाए तो क्या जवाब दोगे