छतरपुर में मस्जिदों के बाहर हथियारबंद पुलिस के जवान तैनात हैं थानों के अंदर बुलडोजर तैनात किए गए हैं और तो और ड्रोन मंगाए गए हैं ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है छतरपुर के हर एक चप्पे-चप्पे पर यह गलती करने वालों को भारी पड़ सकता है आज का दिन जी हां इस वक्त छतरपुर से एक बड़ी खबर ये आ रही है कि छतरपुर में मस्जिदों के बाहर हथियारबंद पुलिस के जवानों को तैनात किया गया आखिर क्या कारण है कि पुलिस के जवान इस वक्त हथियार लेकर मस्जिदों के बाहर खड़े हैं दरअसल आज जुमे की नमाज होनी है और जुमे की नमाज को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजा मात किए गए हैं क्योंकि भारत बंद के दौरान जो विरोध प्रदर्शन हुआ और वहां पर कार्रवाई की गई जिस तरह से उस कार्रवाई के बाद से माहौल गरमाया हुआ है ऐसे में कोई भी असामाजिक तत्व कोई भी समाज के विरोध में अशांति फैलाने के मकसद से ऐसे नापाक इरादों को लेकर किसी भी तरह की अप्रिय वारदात को अंजाम ना दे दे इसके लिए ड्रोन मंगाए गए हैं ड्रोन के माध्यम से बाकायदा छतरपुर की गली-गली चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए ड्रोन तैनात किए गए और इतना ही नहीं ग्राउंड पर काम करने के लिए पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है और फिर भी यदि कोई ना माने तो उस पर बुलडोजर की भी कार्रवाई की जाएगी
तस्वीरों में आपको दिखाई दे रहा होगा ये जेसीबी मशीनें ये भारी भरकम बुलडोजर्स उन लोगों के लिए मंगाए गए हैं जिनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की तैयारी है जिसे पहले से ही प्रशासन ने तय किया हुआ था दरअसल यह पूरा विवाद शुरू कहां से हुआ मैं उसके बारे में आपको पहले बता देता हूं ताकि आप इस खबर को बेहतर तरीके से समझ पाएं लेकिन उससे पहले जो पुलिस प्रशासन की तरफ से प्रशासन की तरफ से यह जानकारी दी जा रही है लोगों से अपील की जा रही है या फिर कहें कि चेतावनी दी गई है कि शांति बनाए रखें किसी भी तरह की अफवाह ना फैलाएं और किसी भी तरह की अप्रिय घटना को अंजाम देने की कोशिश भी ना करें इस बारे में यदि कोई मन में विचार भी आ रहा है तो उसे खत्म कर दें यह पुलिस प्रशासन का कहना है और अपील है लोगों से कि किसी भी तरह अव्यवस्था ना पैदा करें अन्यथा कारवाई हो सकती है पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है आपको बताते हैं दरअसल इस वक्त सियासी गहमागहमी भी इस पूरे मुद्दे को लेकर गरमाई हुई है
छतरपुर में जब भारत बंद के दौरान प्रदर्शन हो रहा था तो जोर जबरदस्ती की बातें भी सामने आई कुछ लोगों को पहले ही आगाह कर दिया गया था कि आप भारत बंद बुलाइए आप प्रदर्शन कीजिए सरकार के खिलाफ प्रशासन के खिलाफ नीतियों के खिलाफ नेताओं के खिलाफ लेकिन आपको इस बारे में ध्यान रखना है कि जो इस प्रदर्शन में शामिल नहीं होना चाहता जो इस विरोध में बंद का समर्थन नहीं करता है उनसे आप जोर जबरदस्ती नहीं करेंगे लेकिन फिर भी प्रदर्शनकारी उपद्रवियों ने लोगों के साथ जोर जबरदस्ती की दुकानों को जबरन बंद करवाने की कोशिश की
उसके बाद पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज हुई और कार्रवाई के लिए पहुंचा बुलडोजर उन लोगों पर कार्रवाई भी की गई जिन लोगों ने जोर जबरदस्ती की लोगों के साथ मारपीट की और यहां हुड़दंग मचाया बहरहाल छतरपुर में बुलडोजर कार्रवाई के बाद पुलिस थाने पर पथराव की घटना के बाद जब उन पथराव करने वाले लोगों और उन्हें उकवा देने वाले उन्हें बढ़ावा देने वाले लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाए गए जिसमें से एक कांग्रेस पार्टी के जिला उपाध्यक्ष का भी घर है उसके बाद कांग्रेस पार्टी सीधा बीजेपी के आमने-सामने हो गई और चूंकि राज्य में भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार है ऐसे में वहां से लगातार सवाल उठ रहे हैं लगातार तीखे बयान सामने आ रहे हैं
जहां रामेश्वर शर्मा ने कहा कि क्या ऐसे आतंकियों को बख देना चाहिए जो पुलिस के थाने पर पथराव करते हैं लोगों को जोर जबरदस्ती से डराने और धमकाने की कोशिश करते हैं जबकि चर्चा का एक और कारण है आरिफ मसूद का लिखा हुआ एक लेटर जो लिखा गया है प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव को जिसमें उन्होंने जिक्र किया है कि बिना नोटिस दिए कार्रवाई करना गलत है और इस तरह की कारवाही नहीं होनी चाहिए लोगों पर बुलडोजर कार्रवाई करने से पहले कम से कम उन्हें एक नोटिस दिए जाने की जरूरत लेटर में क्या चर्चा है वह मैं आपको बताता हूं आरिफ मसूद ने कहा कि छतरपुर की कार्रवाई सीधा-सीधा न्याय व्यवस्था के खिलाफ है
और इससे पहले कांग्रेस से राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने भी छतरपुर में बुलडोजर एक्शन पर सवाल उठाए थे आपको बता दें कि चतरपुर में पुलिस पर हमला करने वाले आरोपियों के घरों को तोड़ा गया बुलडोजर एक्शन वहां पर लिया गया और आरोपियों में कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष का भी नाम सामने आया था और इस बात को लेकर लगातार अब स्वर मुखर हो रहे हैं
कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के तो लौटते हैं आज के दिन पर वर्तमान यानी प्रेजेंट डे में क्या चल रही है स्थिति प्रेजेंट डे में हालात यह हैं कि आज जुमे की नमाज होनी है और नमाज के लिए काफी संख्या में लोग मस्जिद पहुंचेंगे और जहां पर गैदरिंग होती है नमाज के लिए वहां लोग पहुंचेंगे और इस दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना घटित ना हो इसके लिए प्रयास लगातार किया जा रहा है
और आपको बताते चलें कि इस वक्त पुलिस हथियारबंद अपने जवानों को मस्जिदों के बाहर तैनात कर रही है उन जगहों पर जहां पर गैदरिंग होती है नमाज के लिए ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को कोई अंजाम ना दे सके शांति व्यवस्था बनी रहे इसका लगातार प्रयास किया जा रहा है ड्रोन के माध्यम से और तो और यहां पर इंटेलिजेंस का भी पुलिस अपने लोकल इंटेलिजेंस का भी इस्तेमाल कर रही है जानकारी यहां तक भी मिल रही है और पुलिस प्रशासन को शांति बनाए रखना लॉ एंड ऑर्डर को व्यवस्थित रखना सबसे इस पूरे मामले में सर्वोपरि है और मुख्य है चूंकि जिस तरह से परिस्थितियां बनी उस वक्त अ जो कारवाई की गई लेकिन उसके बाद जो हालात बने तोड़फोड़ हुई थाने पर पथराव किया गया और उन पथराव करने वालों के ऊपर भी कार्रवाई की गई
खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉकर मोहन यादव इस पूरे मामले में नजर बनाए हुए हैं और उनका साफ कहना है कि लॉ एंड ऑर्डर से किसी भी तरह का कोई खिलवाड़ ना ना काबिले बर्दाश्त होगा किसी पर एक्शन लेना पड़े कार्रवाई करनी पड़े तो कार्रवाई कीजिए
बहरहाल सियासी गहमागमी की यदि बात करें तो कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता सीनियर नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा का यह कहना है कि यह देश बाबा साहेब के संविधान से चलेगा किसी बुलडोजर से यह देश नहीं चलेगा कार्रवाई करने के लिए संविधान में जो प्रावधान है उसकी आप शिकायत दर्ज कराइए पुलिस कार्रवाई करे जांच करें और तब जाकर इस पर कार्रवाई होनी चाहिए
दरअसल उनका यह बयान बुलडोजर एक्शन के बाद सामने आया था और इस पूरे मामले में जिस तरह से रामेश्वर शर्मा ने तलक लहजे में कहा कि यह काम कांग्रेस पार्टी का है आक्रांता हों को और समाज में हिंसा फैलाने वालों को अशांति फैलाने वालों को संरक्षण देना यह कांग्रेस पार्टी का काम है इस तरह के आरोप लगाते हुए जिस तरह राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री ने बयान दिया उसके बाद साफ है कि किसी भी तरह की पत्थरबाजी हो हल्ला या हुल्लड़ बाजी सड़क पर या हिंसक प्रदर्शन उग्र प्रदर्शन ना काबिले बर्दाश्त है और इसके लिए खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री लगातार इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं आज की जो जुमे की नमाज है वह शांतिपूर्ण तरीके से हो इसके लिए पुलिस प्रशासन का लगातार प्रयास जारी है और इस वक्त जो ताजा अपडेट है वो यह कि किसी भी तरह अशांति फैलाने की यदि कोई कोशिश करता है तो उस पर ना सिर्फ सख्त कार्रवाई होगी लेकिन हो सकता है कि उस पर भी यह बुलडोजर कार्रवाई की जा सके कमेंट सेक्शन में आपका बहुत वेलकम है आप इस खबर के बारे में कुछ कहना चाहते हैं शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करना चाहते हैं