महाराष्ट्र कैडर की ट्रेनी आईएएस अफसर पूजा खेडकर एक फिर विवादों में घिर गई हैं. इस बार उन पर फर्जी सर्टिफिकेट से यूपीएसएस परीक्षा पास करने का आरोप लग रहा है. साथ ही उन्होंने मेडिकल टेस्ट भी नहीं दिया है. पूजा को लेकर सोशल मीडिया से लेकर अलग अलग प्लेटफॉर्म्स पर कई तरह की खबरें सामने आ रही हैं. रही हैं ऐसे में बहुत सारे लोग डॉ. पूजा खेडकर के बारे में जानने लगे कि आखिर कौन है यह पूजा खेडकर.
पूजा खेडकर 2023 बैच की ट्रेनी आईएएस अधिकारी हैं. वे अक्सर अपनी वीवीआईपी मांगों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं. उन्होंने इस नौकरी को पाने के लिए जो कुछ किया है, वह और भी चौंकाने वाला है. प्राइवेट ऑडी पर लाल बत्ती लगाने और वीआईपी नंबर प्लेट मांगने को लेकर आलोचना झेल रहीं पूजा खेडकर से एक और खुलासा हुआ है. उन्होंने यूपीएससी पास करने के लिए जिस कोटे का इस्तेमाल किया था, वो इस कोटे का हकदार नहीं थीं.
आरोप है कि पूजा खेडकर ने यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए दृष्टिदोष होने का प्रमाण पत्र लगाया, जिससे उन्हें छूट मिली और वह आईएएस बन गईं. कहा यह भी जा रहा है कि पूजा खेडकर को यूपीएससी ने मेडिकल परीक्षण के लिए बुलाया, तो उन्होंने उसमें शामिल होने से इनकार कर दिया. विभिन्न मीडिया रिपोर्टस में यह दावा किया गया है कि 22 अप्रैल 2022 को दिल्ली के एम्स में मेडिकल जांच के लिए बुलाया गया तो पूजा कोविड का हवाला देकर नही गईं. इसी तरह 26 मई को एम्स और 27 मई 2022 को सफदरगंज अस्पताल में बुलाया गया. उसके बाद भी पूजा मेडिकल टेस्ट के लिए नहीं पहुंचीं. एक जुलाई को भी एम्स में बुलाया गया, लेकिन पूजा नहीं गईं. इस तरह लगभग 6 बार उन्होंने मेडिकल जांच से इनकार कर दिया.
आईएएस पूजा खेडकर का एक मॉक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने अपने पिता से अलग होकर रहने का दावा किया है.
मीडिया रिपोर्टस में यह भी कहा जा रहा है कि पूजा खेडकर ने आईएएस बनने के लिए खुद को नॉन क्रीमी ओबीसी कैंडिडेट बताया, जबकि उनके पिता ने अपने चुनावी हलफनामे में 40 करोड़ रुपये की संपत्ति होने की बात कही है. ऐसे में सवाल उठाया जा रहा है कि अगर किसी उम्मीदवार के पिता की संपत्ति 40 करोड़ रुपये हो, तो उसका बेटा या बेटी को ओबीसी की गैर क्रीमी लेयर में कैसे माना जा सकता है.