भारत में हुई ज़ी 20 सम्मेलन ने पाकिस्तान के सासें फुला दी हैं ,भारत के प्रधानमंत्री ने अब जी 20 का हथोड़ा ब्राजील के हाथों में सौंपा दिया हैं ,लेकिन पाकिस्तान की जनता अपने नेताओं का अण्डों से स्वागत करने के लिए तैयार खड़ी हैं ,जी 20 के बाद जनता जमकर किरकिरी कर रही हैं।
जब मंच पर मोदी के हाथ में पूरे ज़ी 20 के का हथोड़ा था ,तब पाकिस्तान की निगाहें ज़ी 20 में न्यौता के लिये बिछी हुई थी,लेकिन ऐसा नहीं हुआ और पाकिस्तान में से बने बँगलादेश को भारत ने बुला लिया। जहां दुनिया के सबसे ताकतवर देश के नेता का एक जगह पर शामिल हुए है. जी 20 शिखर सम्मेलन 9 से 10 सितंबर के बीच आयोजित किया गया ,
इस सम्मेलन में उपस्थित सारे देश आर्थिक मुद्दों से लेकर सामाजिक और पर्यावरण से संबंधित विषयों पर विचार-विमर्श किये गए . हालांकि, इसी बीच पाकिस्तान के लोगों को इस बात का अफसोस हो रहा है कि भारत ने उन्हें जी 20 शिखर सम्मेलन में बतौर अतिथि भी शामिल होने का न्योता नहीं दिया.
आपको बता दें कि जी 20 समूह में कुल 20 देश शामिल हुए . इन सभी देशों के प्रमुख भारत पहुंचे . इसके अलावा भारत ने अन्य 9 देश को अतिथि के तौर पर आने के लिए न्योता भेजा था, बांग्लादेश भी शामिल था , जो पाकिस्तान से अलग होकर एक नया देश बना था. इन्हीं बातों को लेकर पाकिस्तानी लोगों को बहुत शर्म आ रही है कि बांग्लादेश एक न्यूक्लियर देश न होकर भी जी 20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिये न्योता दिया गया ,और वहीं पाकिस्तान को न्यूक्लियर देश होने के बावजूद नहीं बुलाया गया,बड़ी शर्म की बात हैं ,
अपने से कम पावरफुल देश को देख पाकिस्तानियों को महसूस हो रही शर्मिंदगी
पाकिस्तानी यूट्यूबर शोएब चौधरी ने आवाम के बीच जाकर भारत में होने वाले जी 20 शिखर सम्मेलन को लेकर राय जाननी चाही. इस पर पाकिस्तानियों ने कहा कि हमे बहुत ज्यादा शर्मिंदगी महसूस हो रही है. भारत ने हमे शिखर सम्मेलन में न्योता नहीं दिया है लेकिन हम जी-20 समूह में शामिल देशों के अलावा और भी 9 देशों को विशेष आमंत्रण पर शामिल होने के न्योता दिया गया है. इन देशों में बांग्लादेश, ईजिप्ट, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात शामिल थे ,
-आइये हम आपको बताते हैं जल्दवाजी में न्यूक्लियर देश बने पाकिस्तान को न्योता न भेजने क्या की वजह:
जैसाकि भारत का पाकिस्तान को न्योता न भेजने की वजह ये है कि भारत के रिश्ते पाकिस्तान के साथ सही नहीं है. पाकिस्तान हमेशा से भारत के खिलाफ जहर उगलता रहा है. इसके अलावा पड़ोसी मुल्क आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश भी करता है और कई बार अपने नापाक मसूंबों में सफल भी हुआ है, जिसमें साल 2008 में हुआ मुंबई हमला एक उदाहरण है. इसके अलावा देश के जवानों को अपना निशाना बनाता रहता है. पुलवामा अटैक और उरी हमला इसका उदाहरण है.
लेकिन ज़ी 20 के बाद पकिस्तान की जनता ने पकिस्तान सरकार को आड़े हाथों लिया हैं,डूब कर मरने की बात कह रही हैं इस खबर पर आपकी क्या राय हैं ,आखिर भारत ने पाकिस्तान को न्योता ना देकर भारत ने गलत किया या सही कमेंट बॉक्स पर लिखें,वीडियो को शेयर करना ना भूलें