Shahryar Birth Anniversary: लेखकों को इसके लिए मजबूर नहीं करना चाहिए कि वो चिलचिलाती धूप में जाएँ और सड़क पर खड़े हों. अब नहीं खड़े हो रहे हैं, तो साहब राइटर नहीं हैं, ये धारणा ठीक नहीं. हम बहुत आसानी से लोगों को दाखि़ल और ख़ारिज करते रहते हैं, ये सही नहीं